अभिनेता ऋतिक रोशन की आने वाली फिल्म ‘सुपर 30’ का फर्स्ट लुक सामने आया है। लुक में ऋतिक आनंद कुमार से मिलते जुलते नजर आ रहे हैं। रिलायंस एंटरटेनमेंट और फैंटम फिल्म्स द्वारा निर्मित 'सुपर 30' विकास बहल द्वारा निर्देशित है।
अगले साल 25 जनवरी को रिलीज होगी 'सुपर 30'
ऋतिक रोशन द्वारा अभिनीत यह फिल्म 25 जनवरी, 2019 को को नज़दीकी सिनेमाघरों में दस्तक देगी। ऋतिक रोशन ने खुद ट्वीट कर अपना लुक फैंस के साथ साझा किया है।ऋतिक इस फिल्म की शूटिंग के लिए वाराणसी पहुंच चुके हैं। ये ऐक्टर्स फिल्म 'सुपर 30' की शूटिंग के लिए यहां आए हैं।
'सुपर 30' कोचिंग के संस्थापक आनंद कुमार की बायोपिक
यह फिल्म पटना के 'सुपर 30' कोचिंग के संस्थापक आनंद कुमार पर बन रही बायॉपिक है। इस वजह से फिल्म में आनंद कुमार के संघर्ष के दिनों के साथ ही रामानुजम अवॉर्ड और अब्दुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार मिलने तक का सफर दिखाया जाएगा।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी ने शूटिंग की नही दी इजाजत
बता दें कि 'सुपर 30' को 'क्वीन' फेम डायरेक्टर विकास बहल कर रहे हैं। हालांकि फिल्म के मेकर्स इस फिल्म की शूटिंग बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में करना चाहते थे लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी है।
विहारी लुक में नजर आयेंगे रितिक
वाराणसी के रामनगर किले में शूटिंग शुरू होने पर बॉलिवुड स्टार रितिक रोशन बिहारी लुक में नजर आए। जहां किले के पिछले हिस्से में स्थित खिड़किया घाट पर सूर्य को अर्घ्य देने का सीन शूट किया गया। रितिक ने अपने टि्वटर अकाउंट पर पहली जो फोटो शेयर की उसमें उनके बिहारी अवतार ने हर किसी को हैरान कर दिया।
क्या है आनंद कुमार की खासियत और क्या है उनकी जिंदगी का सफर
बिहार के पटना से ताल्लुक रखने वाले आनंद कुमार के पिता पोस्टल डिपार्टमेंट में क्लर्क की नौकरी करते थे। घर की माली हालत अच्छी न होने की वजह से उनकी पढ़ाई हिंदी मीडियम सरकारी स्कूल में हुई जहां गणित के लिए लगाव हुआ था। यहां उन्होंने खुद से मैथ्स के नए फॉर्मुले ईजाद किए।
आर्थिक हालात के कारण पूरा नहीं हुआ था सपना
ग्रेजुएशन के दौरान उन्होंने नंबर थ्योरी में पेपर सब्मिट किए जो मैथेमेटिकल स्पेक्ट्रम और मैथेमेटिकल गैजेट में पब्लिश हुए। इसके बाद आनंद कुमार को प्रख्यात कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से एडमीशन के लिए बुलाया गया लेकिन पिता की मृत्यु और तंग आर्थिक हालत के चलते उनका सपना साकार नहीं हो सका।
आनंद ने अपने सपने को दिया नया आयाम
आनंद जब रामानुजम स्कूल ऑफ मैथेमैटिक्स में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराना शुरू कर दिया था। दो बच्चों से अब वहां आने वले स्टूडेंट्स की संख्या 500 तक हो गई थी। एक दिन एक लड़के ने आनंद से कहा कि सर हम गरीब हैं अगर हमारे पास फीस ही नहीं है तो देश के अच्छे कॉलेजों में पढ़ सकते हैं और तब जाकर 2002 में आनंद ने सुपर 30 की नींव रखीं।
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